एक लड़की थी। बहुत ही खूबसूरत। जितनी वह सुंदर थी,

 एक लड़की थी। बहुत ही खूबसूरत।


जितनी वह सुंदर थी, उतनी ही ईमानदार।


न किसी से झूठ बोलना, न किसी से फालतू की बातें करना।


बस अपने काम से काम रखना।


“उसी क्लास में एक लड़का था। वह मन ही मन उससे बहुत प्यार करता था।


लड़का अक्सर उसके छोटे-मोटे काम कर दिया करता था।


बदले में जब लड़की मुस्करा कर थैंक्यू कहती थी, तो लड़के की खुशी की सीमा नहीं रहती थी।


एक बार की बात है। दोनों लोग साथ- साथ घर जा रहे थे।


तभी जोरदार बारिश होने लगी।


दोनों को एक पेड़ के नीचे रुकना पडा पेड़ बहुत छोटा था,


बारीस की बुन्दे छन-छन कर उससे नीचे आ रही थीं।


ऐसे में बारिश से बचने के लिए दोनों एक दूसरे के बेहद करीब आ गये।


लड़की को इतने करीब पाकर लड़का अपने जज्बातों पर काबू न रख सका।


उसके लड़की को प्रजोज कर दिया।


लड़की भी मन ही मन उसको चाहती थी।


इसलिए वह भी राजी हो गयी।


और इस तरह दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा।


एक बार की बात है लड़की उसी पेड़ ने नीचे लड़के का इंतजार कर रही थी।


लड़का बहुत देर से आया।


उसे देखकर लड़की नाराजगी से बोली, ‘तुम इतनी देर से क्यों आए?


मेरी तो जान ही निकल गयी थी।’


यह सुनकर लडका बोला, ‘जानेमन, मैं तुमसे दूर कहां गया था, मैं तो तुम्हारे दिल में ही रहता हूं।


तु

म्हें यकीन न हो तो अपने दिल से पूछ लो।’ 😘



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